मयंक यादव के पिता क्रिकेटर बनना चाहते थे, पैसे ना होने के कारण रोड पर खड़े होकर दूसरे खिलाड़ियों को खेलते हुए देखते थे।

मयंक यादव के पिता क्रिकेटर बनना चाहते थे, पैसे ना होने के कारण रोड पर खड़े होकर दूसरे खिलाड़ियों को खेलते हुए देखते थे। आज प्रभु यादव का बेटा भारत का सबसे बड़ा स्पीड स्टार बन चुका है। मयंक यादव ने अपने IPL करियर में अब तक आठ ओवर (48 गेंद) फेंके हैं। उन 48 गेंदों में से 17 गेंदें 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली थीं। सीजन की उनकी सबसे तेज डिलीवरी 156.7 है, जो 2 अप्रैल (मंगलवार) को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ आई थी। पंजाब किंग्स की टीम 200 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही थी और 9 ओवरों में टीम ने बिना किसी नुकसान के 88 रन बना लिए थे। ऐसे में पूरा दबाव लखनऊ की टीम पर था। लेकिन तभी मयंक यादव की एंट्री हुई और इस गेंदबाज ने आते ही बल्लेबाजों के होश उड़ा दिए। मयंक ने 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी और सिर्फ 10 रन दिए। इसके बाद उन्होंने धवन को 156 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डाली। दोनों ओपनर्स इस गेंदबाज को खेल नहीं पा रहे थे।

मयंक ने डेब्यू मैच में 3 विकेट लेकर धमाल मचा दिया और क्रिकेट की दुनिया में तूफानी एंट्री ली। इसके बाद मयंक को RCB के खिलाफ मौका मिला। इस मैच में मयंक ने अपना पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। मयंक ने RCB के खिलाफ IPL 2024 की सबसे तेज गेंद फेंकी। ऐसे में मयंक अब तक 2 मैचों में कुल 6 विकेट ले चुके हैं। RCB के बल्लेबाजों को अपनी तेज गेंदों से कंपाने वाले मयंक की हर तरफ चर्चा हो रही है। मयंक के प्रदर्शन को देखते हुए ये भी कहा जा रहा है कि ये खिलाड़ी इस साल का टी-20 वर्ल्ड कप खेल सकता है, लेकिन कुछ का मानना है कि ऐसा कहना जल्दबाजी होगी। मयंक ने इस सीजन की सबसे तेज गेंद यानी की 156.7 की स्पीड से गेंद फेंकने का रिकॉर्ड बना दिया। IPL में वो उमरान मलिक के बाद इतनी स्पीड से गेंद फेंकने वाले दूसरे भारतीय और ओवरऑल 5वें गेंदबाज हैं। मयंक के पिता प्रभु यादव अपने बेटे के प्रदर्शन से बेहद ज्यादा खुश हैं।

मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मयंक ने 7 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेलनी शुरू कर दी थी। इसके बाद मैंने उनसे क्रिकेट एकेडमी में शामिल होने के लिए कहा और तब से उनके इस सफर की शुरुआत हो गई।।ये मेरा सपना था जिसे अब वो जी रहा है। मुझे याद है जब मैं सड़कों पर खड़े होकर मैच देखा करता था। ऐसे में उसने काफी ज्यादा मेहनत की है। मुझे पूरी उम्मीद है कि वो आगे भी ऐसे ही मेहनत करता जाएगा और टीम इंडिया की जर्सी में नजर आएगा। वहीं मयंक यादव की मां ने कहा कि हम बेहद खुश हैं कि वो अच्छा कर रहा है और लोग उसके बारे में बात कर रहे हैं। वो एक टैलेंटेड क्रिकेटर है और लोगों को उसका और तगड़ा प्रदर्शन देखने को मिलेगा। वो 2 साल पहले ही वेजिटेरियन बन गया था क्योंकि वो भगवान कृष्ण को बहुत ज्यादा मानता है।

मुझे पूरी उम्मीद है कि वो एक दिन भारतीय टीम के लिए जरूर खेलेगा। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ धांसू प्रदर्शन के बाद मयंक यादव ने कहा कि वास्तव में अच्छा लग रहा है। मैंने दो मैचों में दो प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड जीता है। मुझे खुशी है कि हमने दोनों मैच जीते। मेरा लक्ष्य देश के लिए खेलना है। मुझे लगता है कि यह सिर्फ शुरुआत है। मैंने कैमरन ग्रीन को बोल्ड मारने का सबसे ज्यादा आनंद लिया। तेजी से गेंदबाजी करने के लिए बहुत कुछ करना होता है, जिसमें डाइट, नींद, ट्रेनिंग शामिल है। मयंक यादव ने कहा कि रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत के लिए खेलने की एक्साइटमेंट है।क्या मयंक यादव भारत के लिए T-20 वर्ल्ड कप खेल जाएंगे? आप मयंक यादव को किस तरह का गेंदबाज मानते हैं?

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